मैक्स टाउनशिप मुजफ्फरनगर मैं लगाया जा रहा निवेशकों का
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*न्यू मैक्स टाउनशिप मुजफ्फरनगर मैं लगाया जा रहा निवेशकों का पैसा भविष्य में हो सकता है बेकार, निवेशक हो जाएं सावधान*
*मध्य प्रदेश मैं भाजपा की सरकार द्वारा बिल्कुल इसी प्रकार सहारा की जमीन खरीदने वाले अरबपति भाजपा विधायक पर कसा गया शिकंजा*
मुजफ्फरनगर शहर से बाहर मेरठ रोड पर न्यू मैक्स कंपनी द्वारा एक टाउनशिप का निर्माण सहारा समूह से खरीदी गई जमीन पर किया जा रहा है l
शुरुआत से ही इस टाउनशिप के निर्माण में एक बहुत बड़े षड्यंत्र की बू आ रही है l सन 2024 से ही इस तथाकथित न्यू मैक्स इंटीग्रेटेड सिटी मैं प्लाटों की खरीद बेच की जा रही है जबकि मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण मैं न्यू मैक्स टाउनशिप का मानचित्र 16 04 2025 में आवेदन किया गया जिसको प्राधिकरण द्वारा 24 06 2025 में स्वीकृति प्रदान की गई l निवेशकों को अब यह सोचना चाहिए कि जिस टाउनशिप की शुरुआत ही इलीगल तरीके से की जा रही हो वह कहां तक कामयाब होगा l
यदि बात इस के खरीदने की की जाए तो भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार इस भूमि का मूल्य बाजार भाव से 90% तक लेना था एवं उस रकम को सहारा सेबी के अकाउंट में जमा करना था l जबकि न्यू मैक्स ग्रुप द्वारा खरीदी गई इस जमीन को कौड़ियों के दाम में सहारा ग्रुप से खरीदा गया है एवं उस संपूर्ण रकम को सहारा सेबी के अकाउंट में भी जमा नहीं कराया गया है l जो की पूर्ण रूप से सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना है l
अब यहां पर हम मुजफ्फरनगर जनपद के नागरिकों को बता देना चाहते हैं की बिल्कुल इसी प्रकार का सहारा समूह की भूमि का एक सौदा भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश में भाजपा के ही अरबपति विधायक संजय पाठक के द्वारा सन 2024 में किया गया था, जिसमें अब भाजपा के ही मुख्यमंत्री के द्वारा संजय पाठक द्वारा षड्यंत्र के तहत खरीदी गई इस जमीन के मामले में उनकी मुसीबतें बढ़ा दी गई है l
इतना ही नहीं अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश राजस्थान एवं मुंबई में सहारा समूह की ज़मीन की खरीद फरोक्त से जुड़े जो परिसरों पर छापेमारी हुई है जिसमें जमीन एवं शेयर डील्स से जुड़े दस्तावेज जप्त किए गए हैं l
कोलकाता हाई कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय ( ई डी ) ने सहारा समूह के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्ज शीट दायर की हैl इसमें 1.74 लाख करोड़ चिटफंड घोटाले का जिक्र है l इस चार्ज शीट में सहारा समूह के दिवंगत संस्थापक की पत्नी एवं उनके बेटे के साथ-साथ अनिल अब्राहम और जितेंद्र प्रसाद ( जेपी ) वर्मा समेत समूह के कई वरिष्ठ अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है l चार्ज शीट में खास तौर पर अनिल अब्राहम एवं जितेंद्र प्रसाद जेपी की भूमिका रेखांकित की गई है l अब्राहम सहारा के चेयरमैन कोर मैनेजमेंट ( सीसीएम ) ऑफिस में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहे l यह बड़े फैसलों एवं संपत्ति सोदो में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे l वर्मा को ई डी ने
लॉन्ग टाइम एसोसिएट एवं प्रॉपर्टी ब्रोकर बताया है l आरोप है कि वह जमीनी स्तर पर नगद लेनदेन एवं गुप्त सौदे रूट कराने में अहम भूमिका निभाते थे l ई डी का दावा है कि दोनों ने रसहारा की संपत्तियों की बिक्री कराई एवं प्राप्त धन को इधर उधर किया एवं सियासी एवं कारोबारी नेटवर्क का इस्तेमाल कर इन्हें वैध दिखाने की कोशिश की l
इसी के साथ सीहोर मध्य प्रदेश में अभी कुछ दिन पहले शिवाजी सिंह नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी की गई है जो की सहारा का अधिकारी है इस के खिलाफ 4 जनवरी 2023 मैं पुलिस कंप्लेंट की गई थी कि इस व्यक्ति ने 1000 करोड़ की सहारा समूह की जमीन को 90 करोड रुपए में बिकवाई थी जिसमें इस व्यक्ति की लगभग 20 से 30% दलाली थी l अभी मध्य प्रदेश पुलिस ने इसको चार दिन की रिमांड पर लिया है l पुलिस इसको रिमांड पर लेकर पूछताछ करने में लगी है कि यह पूरा घोटाला किस प्रकार किया गया है किस -किस का कमीशन किस-किस रूप में दिया गया है जमीन खरीदने वालों ने और किस-किस प्रकार के षड्यंत्र का इस्तेमाल किया है l उसके पश्चात खरीदारों पर शिकंजा कसा जाएगा l
हिंदू संघर्ष समिति के संयोजक नरेंद्र पवार साधु एवं अखिल भारतीय हिंदू शक्ति दल के राष्ट्रीय महासचिव अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर जनपद में भी सहारा समूह की जमीन खरीदने में न्यू मैक्स ग्रुप द्वारा इसी प्रकार का षड्यंत्र रचा गया है जिसमें बाजार भाव के मुकाबले कोड़ियों के भाव में जमीन खरीदी गई है एवं उस रकम को सहारा सेबी के अकाउंट में भी पूर्ण रूप से जमा नहीं किया गया है l खरीदारों को नक्शा पास होने से पहले ही प्लांट बेचे गए l प्राधिकरण द्वारा नक्शा पास होने से पहले ही बाबा बागेश्वर धाम को भी पैसे के दम पर बुलाकर इसका प्रमोशन करने में इस्तेमाल किया गया l
अब सवाल यह है कि यदि भविष्य में जब इस सौदे पर भी ई डी एवं इ ओ डब्लू की जांच होगी तब इसमें धर्मगुरु के किए गए इस्तेमाल पर आम जनमानस पर क्या प्रभाव पड़ेगा l
अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि न्यू मैक्स द्वारा मुजफ्फरनगर जनपद में खरीदी गई सहारा समूह की भूमि के संबंध में विभिन्न विभागों में आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी गई है जिनमें कुछ विभागों से जानकारी उपलब्ध हो चुकी है और कुछ विभागों से जानकारी आना अभी बाकी है l उन्होंने बताया कि शीघ्र ही संपूर्ण जानकारी आ जाएगी उसके पश्चात दस्तावेजों के आधार पर इस घोटाले में अधिकारियों से मिलकर कार्यवाही कराई जाएगी l उन्होंने बताया कि क्योंकि इस खरीद फरोख्त में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पूर्ण रूप से उल्लंघन हुआ है तो इन प्लाटो की रजिस्ट्री यदि भविष्य में शून्य हो जाए तो इसमें भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी l
अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि पिछले काफी समय से देखा जा रहा है कि समाज सेवी विकास पवार के द्वारा न्यू मैक्स ग्रुप द्वारा किए जा रहे इस घोटाले पर मुजफ्फरनगर की जनता के हित में प्रमुखता से सवाल उठाए जा रहे हैं l उनकी आवाज उठाने का ही नतीजा है कि एक गरीब किसान को उसका हक न्यू मैक्स ग्रुप के द्वारा जमीन की कीमत दिलवाकर दिया गया है l
अब देखना यह है कि आगे देश के अन्य शहरों में सहारा समूह की भूमि को खरीदने के संबंध में जिस प्रकार से कार्यवाही होने में तेजी आई है उसकी आंच उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर तक कब तक पहुंचती है