रक्तदान की मिसाल बने मुजफ्फरनगर के सपूत
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रक्तदान की मिसाल बने मुजफ्फरनगर के सपूत
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
मुजफ्फरनगर/मेरठ, संवाददाता।
मानवता की सबसे बड़ी सेवा रक्तदान को माना जाता है और इसी सेवा को जीवन का ध्येय बनाकर मुजफ्फरनगर के दीपक कुमार पंघाल और सीमा सिंह ने समाज में एक मिसाल कायम की है। लखनऊ में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में उत्तर प्रदेश रक्त संचरण परिषद द्वारा दोनों को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर किया गया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दीपक कुमार पंघाल और सीमा सिंह को प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
232 बार रक्तदान करने वाले दीपक पंघाल बने प्रदेश में पहले
मुजफ्फरनगर निवासी मिशन वन्देमातरम दा ट्रस्ट के संस्थापक व अध्यक्ष दीपक कुमार पंघाल ने अब तक 232 बार रक्तदान करके एक अनूठी मिसाल कायम की है। इसमें 100 बार SDP (सिंगल डोनर प्लेटलेट्स) और 132 बार रक्तदान शामिल है। उनके इस अद्वितीय योगदान के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक बार रक्तदान करने वाले दाता होने का गौरव मिला है।
दीपक पंघाल ने सम्मान प्राप्त करने के बाद विनम्रता से कहा, “यह सम्मान मेरा व्यक्तिगत नहीं है। यह उन सभी लोगों का है जिनके स्नेह और आशीर्वाद से मैं इस सेवा पथ पर आगे बढ़ पाया। जरूरतमंद मरीजों की दुआएं ही असली पूंजी हैं और यह पुरस्कार पूरे मिशन वन्देमातरम दा ट्रस्ट परिवार का है।” उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में भी वह इसी तरह समाज के लिए रक्तदान करते रहेंगे और युवाओं को भी इस दिशा में प्रेरित करेंगे।
28 बार रक्तदान कर सीमा सिंह बनीं प्रेरणा
ट्रस्ट की सक्रिय सदस्य और एस.डी. पब्लिक स्कूल में संस्कृत अध्यापिका सीमा सिंह ने अब तक 28 बार रक्तदान किया है। उन्हें भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने भावुक होकर कहा, “यह उपलब्धि किसी एक दिन की नहीं है। यह मुकाम सतत प्रयास, सेवा भावना और समाज के कल्याण की भावना से ही प्राप्त हुआ है। इस यात्रा में मेरे परिवार और ट्रस्ट के साथियों का विशेष सहयोग रहा। खासकर दीपक पंघाल भैया का मार्गदर्शन मुझे लगातार प्रेरित करता रहा है।”
मानवता की सच्ची सेवा का उदाहरण
समारोह में वक्ताओं ने कहा कि रक्तदान जैसी सेवा किसी भी जाति, धर्म या वर्ग से परे होती है। यह सीधे-सीधे मानवता की सेवा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अवसर पर कहा कि दीपक पंघाल और सीमा सिंह जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं। उनकी यह सेवा अभियान नई पीढ़ी को निस्वार्थ भाव से समाजसेवा के लिए प्रेरित करेगा।
ट्रस्ट की भूमिका भी रही अहम
मिशन वन्देमातरम दा ट्रस्ट लंबे समय से रक्तदान और अन्य सामाजिक कार्यों के लिए जाना जाता है। इस ट्रस्ट से जुड़े कार्यकर्ताओं ने कई बार जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्त की व्यवस्था करके अनगिनत जिंदगियां बचाई हैं। दीपक पंघाल के नेतृत्व में यह ट्रस्ट प्रदेश भर में रक्तदान शिविर आयोजित करता रहा है और युवाओं को रक्तदान के प्रति जागरूक करता है।
समाज में गूंजा सम्मान का संदेश
लखनऊ से लौटने के बाद मुजफ्फरनगर और मेरठ क्षेत्र में खुशी की लहर देखी गई। समाज के विभिन्न वर्गों ने दीपक पंघाल और सीमा सिंह को बधाई दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सम्मान केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि पूरे जनपद का सम्मान है। उन्होंने क्षेत्र का नाम रोशन किया है और यह साबित कर दिया है कि निस्वार्थ भाव से किया गया रक्तदान ही सबसे बड़ी सेवा है।
प्रेरणा का स्रोत बनेगी यह उपलब्धि
सीमा सिंह और दीपक पंघाल की उपलब्धियां न केवल ट्रस्ट के अन्य साथियों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। रक्तदान के क्षेत्र में इस तरह की निरंतरता और समर्पण दुर्लभ है। ऐसे में यह सम्मान निश्चित ही समाज के लिए एक प्रेरक उदाहरण बनेगा और युवाओं को आगे बढ़कर रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
कुल मिलाकर, लखनऊ में हुआ यह सम्मान समारोह मानवता के प्रति समर्पण और सेवा की भावना का प्रतीक बना। दीपक पंघाल और सीमा सिंह ने साबित कर दिया कि अगर संकल्प मजबूत हो तो कोई भी व्यक्ति समाज की सेवा में बड़ा योगदान दे सकता है। उनका यह सम्मान पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।